नवोदय में कितने नंबर से पास होते हैं OBC 2025? पूरी जानकारी, कटऑफ, तैयारी और पास होने की पूरी प्रक्रिया
जवाहर नवोदय विद्यालय (Jawahar Navodaya Vidyalaya) भारत के सबसे प्रतिष्ठित आवासीय स्कूलों में से एक है, जहाँ हर साल लाखों छात्र प्रवेश के लिए आवेदन करते हैं। इनमें सबसे बड़ा सवाल होता है — “नवोदय में कितने नंबर से पास होते हैं, खासकर OBC वर्ग के छात्रों के लिए?”
इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि OBC छात्रों के लिए Navodaya में न्यूनतम कितने अंक लाने पर चयन होता है, पिछले वर्षों की कटऑफ क्या रही है, 2025 की संभावित कटऑफ क्या होगी, परीक्षा पैटर्न कैसा है, और कौन-से कारक पासिंग मार्क्स को प्रभावित करते हैं।

1. नवोदय विद्यालय परीक्षा का उद्देश्य
जवाहर नवोदय विद्यालय समिति (NVS) भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करती है। इसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों के होनहार बच्चों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।
नवोदय विद्यालयों में शिक्षा, भोजन, पुस्तकें, ड्रेस और हॉस्टल की सुविधा पूरी तरह निशुल्क होती है। इस कारण से हर साल लाखों छात्र Navodaya Entrance Exam (JNVST) में शामिल होते हैं।
2. परीक्षा का स्वरूप (Exam Pattern 2025)
Navodaya परीक्षा में कुल 80 प्रश्न पूछे जाते हैं, जो 100 अंकों के होते हैं।
परीक्षा की अवधि 2 घंटे होती है। प्रश्न तीन भागों में बंटे होते हैं:
| खंड | विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
|---|---|---|---|
| 1 | मानसिक क्षमता (Mental Ability) | 40 | 50 |
| 2 | अंकगणित (Arithmetic) | 20 | 25 |
| 3 | भाषा (Language) | 20 | 25 |
| कुल | 80 प्रश्न | 100 अंक |
सभी प्रश्न Objective Type (वस्तुनिष्ठ) होते हैं और OMR शीट पर हल किए जाते हैं।
3. नवोदय में चयन प्रक्रिया कैसे होती है
Navodaya Vidyalaya में चयन केवल Merit List (योग्यता सूची) के आधार पर किया जाता है। इसका मतलब है कि जो छात्र अपने राज्य, जिले और वर्ग (Category) के अनुसार सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करते हैं, उन्हें सीट मिलती है।
यहाँ यह समझना जरूरी है कि OBC Category के छात्रों को रिज़र्वेशन का लाभ मिलता है, लेकिन फिर भी उन्हें न्यूनतम एक निश्चित स्कोर पार करना होता है।
4. OBC के लिए कटऑफ और पासिंग मार्क्स कैसे तय होते हैं
Navodaya में पासिंग मार्क्स कोई स्थायी संख्या नहीं होती। यह हर साल परीक्षा की कठिनाई, सीटों की संख्या, और छात्रों के प्रदर्शन पर निर्भर करती है।
फिर भी पिछले वर्षों के आंकड़ों के आधार पर हम अनुमान लगा सकते हैं कि OBC Category के छात्रों को 2025 में कितने अंक लाने पर चयन मिल सकता है।
5. पिछले वर्षों की OBC कटऑफ (Class 6)
| वर्ष | न्यूनतम कटऑफ (OBC) | अधिकतम अनुमानित कटऑफ |
|---|---|---|
| 2019 | 68 अंक | 82 अंक |
| 2020 | 70 अंक | 84 अंक |
| 2021 | 72 अंक | 85 अंक |
| 2022 | 73 अंक | 87 अंक |
| 2023 | 75 अंक | 89 अंक |
| 2024 | 77 अंक | 90 अंक |
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि हर साल कटऑफ धीरे-धीरे बढ़ रही है क्योंकि प्रतियोगिता का स्तर बढ़ता जा रहा है।
6. 2025 में OBC के लिए अनुमानित पासिंग मार्क्स
2025 में OBC वर्ग के छात्रों के लिए कटऑफ पिछले वर्षों से थोड़ी अधिक होने की संभावना है।
Navodaya Class 6 OBC Cut Off 2025 (Expected):
- न्यूनतम अंक: 78–80
- औसत चयन अंक: 82–88
- सुरक्षित स्कोर (Safe Score): 90+ अंक
अगर कोई छात्र 100 में से 85 से अधिक अंक लाता है, तो उसके चयन की संभावना बहुत अधिक होती है।
7. जिलेवार कटऑफ में अंतर क्यों होता है
Navodaya परीक्षा की सबसे दिलचस्प बात यह है कि कटऑफ राज्य और जिले के अनुसार बदलती है।
क्योंकि हर जिले में छात्रों की संख्या, प्रतियोगिता का स्तर और उपलब्ध सीटें अलग-अलग होती हैं।
उदाहरण के लिए:
- उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में प्रतियोगिता ज्यादा होती है, इसलिए कटऑफ अधिक रहती है।
- वहीं छोटे राज्यों या पहाड़ी जिलों में कटऑफ थोड़ी कम रहती है।
इसलिए “OBC में कितने नंबर से पास होते हैं” का जवाब हर जिले में थोड़ा अलग हो सकता है।
8. OBC रिज़र्वेशन और सीटों का बंटवारा
भारत सरकार के नियमों के अनुसार नवोदय विद्यालयों में OBC वर्ग के लिए 27% आरक्षण लागू है।
इसका मतलब है कि कुल सीटों में से 27 प्रतिशत सीटें OBC छात्रों के लिए सुरक्षित रहती हैं।
हालांकि चयन केवल मेरिट पर आधारित होता है, यानी केवल OBC प्रमाणपत्र होना पर्याप्त नहीं है, अच्छे अंक लाना भी जरूरी है।
9. OBC छात्रों के लिए पास होने की रणनीति
अगर आप OBC वर्ग से हैं और 2025 में नवोदय में चयन पाना चाहते हैं, तो आपको एक सुव्यवस्थित रणनीति अपनानी चाहिए।
(1) समय का सही प्रबंधन करें
हर दिन कम से कम 3–4 घंटे की पढ़ाई करें, जिसमें मानसिक क्षमता और गणित को अधिक समय दें।
(2) पुराने प्रश्नपत्र हल करें
पिछले 5 वर्षों के पेपर हल करने से परीक्षा पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार का अंदाज़ा मिलता है।
(3) कठिनाई वाले टॉपिक की पहचान करें
जहाँ गलती ज्यादा होती है, वहाँ रोज़ प्रैक्टिस करें।
(4) टेस्ट सीरीज़ दें
हर हफ्ते एक मॉक टेस्ट देकर अपनी स्पीड और सटीकता बढ़ाएँ।
(5) भाषा पर भी ध्यान दें
कई छात्र भाषा सेक्शन को हल्के में लेते हैं, जबकि यह 25 अंकों का होता है। यह तय करता है कि आप मेरिट में रहेंगे या नहीं।
10. अंक बढ़ाने के कुछ व्यावहारिक उपाय
- रोज़ाना रीजनिंग के 20 प्रश्न हल करें।
- मानसिक क्षमता में Figure Series, Analogy और Pattern आधारित प्रश्नों पर ध्यान दें।
- गणित में गुणा, भाग, प्रतिशत और अनुपात की गहरी समझ विकसित करें।
- हर विषय की अपनी नोटबुक बनाएं।
- कठिन प्रश्नों को दोबारा हल करें और गलती का कारण लिखें।
11. नवोदय में टॉपर OBC छात्रों का विश्लेषण
पिछले वर्षों में कई ऐसे OBC छात्र हुए हैं जिन्होंने 90+ अंक लाकर अपनी सीट पक्की की।
इन छात्रों की कुछ समान आदतें थीं:
- नियमित अध्ययन
- कम समय में अधिक प्रश्न हल करने की क्षमता
- पिछले पेपरों का अभ्यास
- आत्मविश्वास और शांत मन से परीक्षा देना
अगर आप भी इन्हीं तरीकों का पालन करेंगे तो 2025 में आपके चयन की संभावना बहुत बढ़ जाएगी।
12. परीक्षा में कटऑफ को प्रभावित करने वाले कारक
कटऑफ एक निश्चित संख्या नहीं होती, यह कई चीजों पर निर्भर करती है:
- परीक्षा की कठिनाई स्तर – यदि पेपर कठिन हुआ तो कटऑफ कम रहती है।
- छात्रों की संख्या – अधिक छात्र होने पर कटऑफ बढ़ जाती है।
- सीटों की संख्या – सीटें कम होने पर चयन मुश्किल होता है।
- जिले की औसत परफॉर्मेंस – कुछ जिलों में बच्चे बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं, जिससे कटऑफ ऊपर जाती है।
13. परीक्षा के बाद चयन सूची कैसे बनती है
परीक्षा के बाद सभी छात्रों के अंक जोड़े जाते हैं।
फिर प्रत्येक जिले और वर्ग के अनुसार मेरिट सूची तैयार की जाती है।
- OBC छात्रों के लिए अलग मेरिट लिस्ट बनाई जाती है।
- यदि OBC छात्र General Cut Off पार कर लेता है, तो उसे सामान्य श्रेणी में माना जाता है।
इस प्रकार मेरिट लिस्ट तैयार होकर NVS की वेबसाइट पर जारी की जाती है।
14. नवोदय 2025 में OBC छात्रों की अपेक्षित सीटें
भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में कुल लगभग 650 से अधिक नवोदय विद्यालय हैं।
प्रत्येक विद्यालय में औसतन 80 सीटें होती हैं।
इसमें लगभग 21–22 सीटें OBC छात्रों के लिए आरक्षित रहती हैं।
हालांकि यह संख्या जिले की जनसंख्या और आरक्षण के अनुपात के अनुसार बदल सकती है।
15. क्या केवल OBC प्रमाणपत्र से चयन हो सकता है?
नहीं।
OBC प्रमाणपत्र केवल आरक्षण का लाभ दिलाता है, लेकिन चयन अंक के आधार पर ही होता है।
अगर कोई छात्र 60–65 अंक लाता है तो उसका चयन मुश्किल है, क्योंकि वर्तमान प्रतिस्पर्धा में OBC के लिए न्यूनतम 75–80 अंक जरूरी हैं।
16. नवोदय परीक्षा 2025 के लिए अंतिम तैयारी
परीक्षा से पहले अंतिम सप्ताह में केवल पुनरावृत्ति पर ध्यान दें।
- नए टॉपिक पढ़ने की बजाय पुराने टॉपिक दोहराएँ।
- समयबद्ध तरीके से मॉक टेस्ट दें।
- पर्याप्त नींद लें ताकि दिमाग ताजा रहे।
- मानसिक रूप से शांत रहें, क्योंकि घबराहट गलती का सबसे बड़ा कारण है।
17. क्या OBC छात्रों के लिए पासिंग मार्क्स कम होते हैं?
Navodaya परीक्षा में अलग-अलग वर्गों के लिए सेक्शनल पासिंग मार्क्स नहीं होते, यानी सभी छात्रों का पेपर एक जैसा होता है।
फर्क केवल Cut Off Marks में होता है।
OBC वर्ग के लिए कटऑफ सामान्य वर्ग से 3–5 अंक तक कम रहती है।
18. परीक्षा के बाद क्या करें
परीक्षा के बाद परिणाम आने में लगभग 6 से 8 सप्ताह का समय लगता है।
परिणाम navodaya.gov.in पर जिलेवार जारी किया जाता है।
चयनित छात्रों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाता है।
OBC छात्रों को इस समय अपना Category Certificate (क्रीमी लेयर से बाहर वाला) प्रस्तुत करना जरूरी होता है।
19. OBC छात्रों के लिए प्रेरणादायक तथ्य
हर साल नवोदय में लगभग 35–40% चयनित छात्र OBC वर्ग से होते हैं।
इनमें से अधिकांश छात्र ग्रामीण इलाकों से होते हैं जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद मेहनत की होती है।
यह बताता है कि नवोदय केवल अमीर बच्चों के लिए नहीं, बल्कि हर मेहनती बच्चे के लिए खुला है।
20. निष्कर्ष (Conclusion)
अगर आप OBC वर्ग से हैं और 2025 में नवोदय विद्यालय में प्रवेश लेना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 80 अंक का लक्ष्य रखना चाहिए।
पिछले वर्षों के अनुसार 2025 में OBC की कटऑफ लगभग 78 से 88 अंक के बीच रहने की संभावना है।
इसलिए हर विषय की गहराई से तैयारी करें, समय का सही उपयोग करें और आत्मविश्वास बनाए रखें।
नवोदय परीक्षा में सफलता केवल बुद्धिमानी पर नहीं, बल्कि मेहनत, निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास पर निर्भर करती है।
अगर आप रोज़ाना सही दिशा में प्रयास करेंगे तो निश्चित रूप से 2025 में Navodaya OBC Cut Off पार करके अपने सपनों के विद्यालय में प्रवेश पाएंगे।